आशी और निष्ठा की गाड़ी कॉलेज में एंटर करती है और पार्किंग एरिया में आ कर रुकती है, फिर वो दोनों गाड़ी से बाहर निकलती है और अपने आस पास देखती है, आज कॉलेज को बिल्कुल गुजराती थीम में डेकोर किया गया था. आज कॉलेज कॉलेज नहीं लग रही थी बल्कि ऐसा लग रहा था कि यहां कॉलेज हो ही ना!!
यार निष्ठा देख आज कॉलेज कितनी सुंदर लग रही है ना, चल तू मेरी कुछ फोटो click कर दे ईशा आए तब तक। फिर निष्ठा और आशी दोनों फोटो खींचने लगती है और तभी वहां ईशा भी आ जाती है. क्या बात है मेरे बिना अकेले अकेले ही selfi ली जा रही है, ईशा की बात सुन कर वो दोनों उस तरफ देखने लगती है जहां से ईशा आ रही थीं।
अरे तो तू क्यों इतनी जल कुकड़ी बन रही है तू भी आजा, आशी ने मुस्कुराते हुए कहा। आशी की बात सुन कर ईशा भी उनके पास आ जाती है फिर वो तीनों फ़ोटो click करने लगती हैं!!
वो तीनों फोटा click कर ही रही थी कि तभी वहां पर युवराज आ जाता है और मुस्कुराते हुए आशी को ही देख रहा था. यार ये कितनी Awesome है और cute भी बहुत है, "युवराज ने अपने मन में कहा"!!
इस वक्त आशी खिलखिला कर हंस रही थी जिसे देख युवराज के चेहरे पर खुद ब खुद स्माइल आ जाती हैं!!
क्या हुआ प्रोफेसर युवराज यहां पर क्यों खड़े हो अंदर नहीं जाना क्या, एक दूसरे प्रोफेसर ने वहां पर आते हुए कहा। उस प्रोफेसर के ऐसे बोलने पर युवराज अपने होश में आता है, "कुछ नहीं बस कॉलेज की डेकोरेशन देख रहा था बहुत ही ज्यादा अच्छी है" युवराज की बात सुन कर वो प्रोफेसर भी उसकी हा में हा मिलाता है। डेकोरेशन अच्छी होगी भी क्यों नहीं भला, स्टूडेंट्स ने इतनी मेहनत जो कि है उस प्रोफेसर ने कहा। आपकी बात बिल्कुल ठीक है अब चले अंदर इतना बोल कर युवराज अपने बालों में हाथ फेरते हुए अंदर चला जाता हैं।
कुछ देर बाद,
सब लोग ग्राउंड में थे और उनके हाथों में डांडिया थे, वो लोग डांस कर रहे थे। यार कितना ज्यादा मजा आ रहा है, ईशा ने डांस करते हुए कहा. हा यार मजा तो बहुत आ रहा है आशी और निष्ठा ने भी उसकी बात से सहमत होते हुए कहा।
वो लोग डांडिया खेल ही रहे थे कि तभी माइक में एक अनाउंसमेंट होती है " hello eveyone जैसा कि आप लोगों को पता है आज की ये शाम हम हम लोगों के लिए कितनी स्पेशल है उसे और स्पेशल बनाने के लिए आज हमारे साथ एक स्पेशल सख्श है जिनकी मौजूदकी से इस शाम में चार चांद लग जाएंगे, अपने प्रिंसिपल की बात सुन कर सब लोग तालियां बजाने लगते है और सब लोग गेट की तरफ देखने लगते है जहां से एक ब्ल्यू एंड वाइट कुर्ता पजामा पहने एक सख्श अन्दर आ रहा था.
उस सख्श को देख कर आशी, ईशा और निष्ठा की आंखें बड़ी हो जाती है आशी के चेहरे पर मुस्कुराहट आ जाती है तो निष्ठा नॉर्मल हो जाती है और वही ईशा के चेहरे का तो रंग ही उड़ जाता है, प्रिंसिपल सर उस सख्श के पास जा कर उनका स्वागत करते हैं। Welcome mr. Ved हमें खुशी हुई कि आप यहां पर आए, प्रिंसिपल ने स्माइल करते हुए वेद से कहा और अपना एक हाथ आगे बढ़ा दिया, वेद एक नजर उसके हाथ को देखता है फिर मुस्कुराते हुए वो भी अपना हाथ आगे बढ़ा कर उसके हाथ से मिला देता हैं।
आशी और निष्ठा की गाड़ी कॉलेज में एंटर करती है और पार्किंग एरिया में आ कर रुकती है, फिर वो दोनों गाड़ी से बाहर निकलती है और अपने आस पास देखती है, आज कॉलेज को बिल्कुल गुजराती थीम में डेकोर किया गया था. आज कॉलेज कॉलेज नहीं लग रही थी बल्कि ऐसा लग रहा था कि यहां कॉलेज हो ही ना!! यार निष्ठा देख आज कॉलेज कितनी सुंदर लग रही है ना, चल तू मेरी कुछ फोटो click कर दे ईशा आए तब तक। फिर निष्ठा और आशी दोनों फोटो खींचने लगती है और तभी वहां ईशा भी आ जाती है. क्या बात है मेरे बिना अकेले अकेले ही selfi ली जा रही है, ईशा की बात सुन कर वो दोनों उस तरफ देखने लगती है जहां से ईशा आ रही थीं। अरे तो तू क्यों इतनी जल कुकड़ी बन रही है तू भी आजा, आशी ने मुस्कुराते हुए कहा। आशी की बात सुन कर ईशा भी उनके पास आ जाती है फिर वो तीनों फ़ोटो click करने लगती हैं!! वो तीनों फोटा click कर ही रही थी कि तभी वहां पर युवराज आ जाता है और मुस्कुराते हुए आशी को ही देख रहा था. यार ये कितनी Awesome है और cute भी बहुत है, "युवराज ने अपने मन में कहा"!! इस वक्त आशी खिलखिला कर हंस रही थी जिसे देख युवराज के चेहरे पर खुद ब खुद स्माइल आ जाती हैं!! क्या हुआ प्रोफेसर युवराज यहां पर क्यों खड़े हो अंदर नहीं जाना क्या, एक दूसरे प्रोफेसर ने वहां पर आते हुए कहा। उस प्रोफेसर के ऐसे बोलने पर युवराज अपने होश में आता है, "कुछ नहीं बस कॉलेज की डेकोरेशन देख रहा था बहुत ही ज्यादा अच्छी है" युवराज की बात सुन कर वो प्रोफेसर भी उसकी हा में हा मिलाता है। डेकोरेशन अच्छी होगी भी क्यों नहीं भला, स्टूडेंट्स ने इतनी मेहनत जो कि है उस प्रोफेसर ने कहा। आपकी बात बिल्कुल ठीक है अब चले अंदर इतना बोल कर युवराज अपने बालों में हाथ फेरते हुए अंदर चला जाता हैं। कुछ देर बाद, सब लोग ग्राउंड में थे और उनके हाथों में डांडिया थे, वो लोग डांस कर रहे थे। यार कितना ज्यादा मजा आ रहा है, ईशा ने डांस करते हुए कहा. हा यार मजा तो बहुत आ रहा है आशी और निष्ठा ने भी उसकी बात से सहमत होते हुए कहा। वो लोग डांडिया खेल ही रहे थे कि तभी माइक में एक अनाउंसमेंट होती है " hello eveyone जैसा कि आप लोगों को पता है आज की ये शाम हम हम लोगों के लिए कितनी स्पेशल है उसे और स्पेशल बनाने के लिए आज हमारे साथ एक स्पेशल सख्श है जिनकी मौजूदकी से इस शाम में चार चांद लग जाएंगे, अपने प्रिंसिपल की बात सुन कर सब लोग तालियां बजाने लगते है और सब लोग गेट की तरफ देखने लगते है जहां से एक ब्ल्यू एंड वाइट कुर्ता पजामा पहने एक सख्श अन्दर आ रहा था. उस सख्श को देख कर आशी, ईशा और निष्ठा की आंखें बड़ी हो जाती है आशी के चेहरे पर मुस्कुराहट आ जाती है तो निष्ठा नॉर्मल हो जाती है और वही ईशा के चेहरे का तो रंग ही उड़ जाता है, प्रिंसिपल सर उस सख्श के पास जा कर उनका स्वागत करते हैं। Welcome mr. Ved हमें खुशी हुई कि आप यहां पर आए, प्रिंसिपल ने स्माइल करते हुए वेद से कहा और अपना एक हाथ आगे बढ़ा दिया, वेद एक नजर उसके हाथ को देखता है फिर मुस्कुराते हुए वो भी अपना हाथ आगे बढ़ा कर उसके हाथ से मिला देता हैं।
मुझे भी बहुत अच्छा लगा और वैसे में आता क्यों नहीं भला, मुझे तो आना ही था मेरी life के दो इंपॉर्टेंट सख्श यहां पर पढ़ते है उनके लिए तो मुझे आना ही था, इतना बोलते हुए वेद की नजरे उस तरफ थी जहां पर ईशा और आशी थी।
इनसे मेरी खुशी बिल्कुल भी देखी नही जाती ना, वेद की नजरे अपने ऊपर महसूस कर ईशा ने अपने मन में कहा।


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